फडणवीस को अब पार्टी के भीतर चुनौती का सामना करना पड़ेगा

पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को अब भाजपा के भीतर नाराज साथी नेताओं से जूझना होगा। इसके साथ ही उन्हें अब पार्टी के भीतर चुनौती देने की शुरुआत होने वाली है। क्योंकि, मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने मूल भाजपाइयों के बदले दूसरे दलों से आए नेताओं को अधिक तवज्जो दी थी।



पूर्व राजस्व मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे को फडणवीस ने मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया था। इतना ही नहीं अक्टूबर महीने में हुए विधानसभा चुनाव के वक्त खडसे को जलगांव जिले की मुक्ताईनगर सीट से टिकट तक नहीं दिया। जब उन्होंने बागी तेवर अख्तियार किया, तो उनकी बेटी रक्षा खडसे को टिकट दिया गया, मगर उनकी बेटी को पराजय का मुंह देखना पड़ा। खडसे परिवार को लगता है कि उन्हें पर्दे के पीछे रहकर देवेंद्र फडणवीस ने ही पराजित करने में अहम भूमिका निभाई थी।